विकास दिव्यकीर्ति की IAS रैंक, क्यों छोड़ी थी गृह मंत्रालय की नौकरी
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद मशहूर कोचिंग सेंटर दृष्टि आईएएस पर भी कार्रवाई हुई है। एमसीडी ने विकास दिव्यकीर्ति के कोचिंग सेंटर को भी सील कर दिया है। ऐसे में कोचिंग सेंटर के मालिक विकास दिव्यकीर्ति को लेकर लोग कई तरह के सवाल कर रहे हैं।
नई दिल्ली : ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन मौत होने की घटना के बाद दिल्ली नगर निगम ऐक्शन में आ गया है। एमसीडी ने ओल्ड मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में छह और उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट को सील कर दिया। एमसीडी की तरफ से किए गए ऐक्शन में मशहूर कोचिंग संस्थान दृष्टि (द विजन) भी शामिल है। इसके बाद सोशल मीडिया पर दृष्टि संस्थान के मालिक और मशहूर शिक्षाविद् विकास दिव्यकीर्ति भी चर्चा में हैं।
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद मशहूर कोचिंग सेंटर दृष्टि आईएएस पर भी कार्रवाई हुई है। एमसीडी ने विकास दिव्यकीर्ति के कोचिंग सेंटर को भी सील कर दिया है। ऐसे में कोचिंग सेंटर के मालिक विकास दिव्यकीर्ति को लेकर लोग कई तरह के सवाल कर रहे
IAS में कौन सी रैंक थी
हरियाणा में जन्मे विकास दिव्यकीर्ति आईएएस की तैयारी करने वालों में बहुत मशहूर नाम हैं। विकास दिव्यकीर्ति ने 1995 में दिल्ली से हिंदी साहित्य में मास्टर्स करने के बाद सिविल सेवा की परीक्षा दी थी। अपने पहले ही प्रयास में विकास दिव्यकीर्ति ने 384वीं रैंक हासिल की थी। उस समय सीआईएसएफ कमाडेंट का पद ऑफर हुआ था। उसमें मेडिकल के क्राइटेरिया को विकास दिव्यकीर्ति पूरा नहीं कर पा रहे थे। इसके साथ ही सीआईएसएफ में उनकी रुचि भी नहीं थी। इसके बाद उन्हें उस समय दिल्ली सचिवालय सेवा मिला था। यह गृह मंत्रालय के तहत आता था। हालांकि, अब यह सिविल सेवा का हिस्सा नहीं है। हालांकि, उन्होंने जून 1997 में जॉइन किया था। इस बीच वह दिल्ली में टीचिंग का काम भी जारी रखे हुए थे। इससे पहले सिविल सेवा की जॉइनिंग से पहले उन्होंने 1997 में शादी भी कर ली थी। दरअसल, विकास दिव्यकीर्ति नहीं चाहते थे कि वह इस सेवा को जॉइन करें। उस समय उनके पास चार प्रयास बचे हुए थे।
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