रिषि सुनक दे सकते है इस्तीफा (Political crisis of england -inflation in united kingdom

दीपावली के दिन हर भारत वंशी ने जश्न मनाया था, जब भारत पर 200 सालो तक राज करने वाले देश पर एक भारत वंशी का शासन स्थापित हुआ था, इण्डो अफ्रीकी मूल के रिषि सुनक ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रच दिया था। पर किसी ने नही सोचा था कि रिषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने के एक महीने बाद ही उनकी कुर्सी पर खतरे के बादल मण्ङराने लगेगा । ब्रिटेन के लोग उन्हे उनकी आर्थिक नीतियो की वजह से नापसंद कर रहे है -

ब्रिटेन के बिगडते आर्थिक हालात की वजह -

Rishi sunak

आधी दुनिया पर राज करने वाले देश के नागरिको ने कभी सोचा भी नही होगा कि उनके देश को भी आर्थिक परेशानियो का सामना कर पङ सकता है, पर Europian union से exit करने के बाद से United Kingdom लगातार अपनी high inflation, बेरोजगारी तथा निम्न आर्थिक गतिविधि की समस्या से जुझ रहा है, आर्थिक अस्थिरता का असर ब्रिटेन की राजनीति पर भी पङ रहा है


ब्रिटेन की महारानी के अतिम संस्कार पर विवाद -


हाल ही मे ब्रिटेन की महारानी की funeral ceremony मे 5•4 मिलियन युरो खर्च हुए थे, इस समारोह का ब्रिटेन की जनता ने जमकर विरोध किया था, जिस समय ब्रिटेन की आबादी एक वक्त के खाने पर गुजारा कर रही है,ऐसे समय पर मृतक संस्कार पर इतना खर्च किसी के गले से नही उतरा था। ब्रिटिश जनता लम्बे समय से राजशाही को खत्म करने की माग कर रही है, क्योकि ब्रिटिश जनता के दिये कर का एक बङा हिस्सा इस राज परिवार की शान शौकत पर खर्च होता है।

ब्रिटेन की बिगङी हुई नस्ल 


ब्रिटेन आधी दुनिया पर राज करने वाला देश था, आधी दुनिया की तकदीर का फैसला लम्बे समय तक Windsor castle से होता था, ब्रिटिश ने सामाजिक तथा आर्थिक तौर पर एशिया तथा अफ्रीका के की देशो का दोहन किया था, अतः ब्रिटेन आर्थिक सम्पन्नता का वो दौर देखा है जो शायद ही किसी देश ने देखा हो, पर शायद यही सम्पन्नता ब्रिटेन की बदहाली का कारण है।
                          हमारे सामने वेनेजुएला, श्रीलंका जैसे देशो का उदाहरण है कि जब भी किसी दश के नागरिक मेहनत किये बिना सेरी सुविधाए मिल जाती है, वो उस देश के नागरिको को अकर्मठ बना देती है, वेनेजुएला, लंका के नागरिक उस विपन्नता को झेल रहे है, अगला नम्बर ब्रिटेन का हो सकता है, अगर वहा के नागरिक ने देश के बिगङते आर्थिक हालात को समझने का प्रयास नही किया।

रिषि सुनक के प्रयास तब तक नाकाफी है, जब तक उन्हे देश की जनता का साथ नही मिलता , अगर ब्रिटेन की जनता ने उनके प्रयासो मे सहयोग नही किया , तो ब्रिटेन को इससे भी बुरे दिन देखने पङ सकते है।

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