महरौली मर्डर केस - दर्दनाक पहलु (shraddha walker murder case)
दिल्ली के छतरपुर इलाके के किराये के घर मे आज से 6 महीने पहले हुई श्रद्धा वाल्टर की नृशंस हत्या से पुरा देश सकते मे है, आखिर एक समाज के तौर पर हमसे कहा चुक रहे है, एक घर जिसमे हफ्ते तक श्रद्धा की लाश के टुकड पङे रहे, और किसी को कानो कान खबर नही हुई,
इस पुरी घटना मे श्रद्धा की गलती को भी नकारा नही जा सकता, जब किसी भी रिश्ते मे प्यार से ज्यादा जहर भर जाये, तो पीछे हटने मे ही भलाई रहती है, श्रद्धा अपने माता पिता की मदत ले सकती थी, उनके सामने अपनी गलती मानकर वापस जा सकती थी आज के परिवेश मे, इसे फिल्मो तथा पश्चिमी सभ्यता का असर कहेगे, लङकिया विद्रोही बनकर फैसला तो ले लेती है, पर गलती समझ आने पर उनकी वापसी का रास्ता बन्द हो चुका होता है,
सामाजिक पहलु
भारत वो देश है जहा बेटिया अरेस्ट मैरिज मे हुआ अत्याचार तक अपने घर मे बताने से डरती है, यहा तो वो अपना सब कुछ पीछे छोङकर आयी होती है, शायद यही वजह है कि भारत मे लव जिहाद के केस की संख्या इतनी बढ गयी है, क्योकि विधर्मी भारत की बेटियो की इस मजबूरी को अच्छे से जानता है, एक समाज के तौर पर हम भी श्रद्धा के दोषी है क्योकि कही न कही उसकी वापसी का रास्ता हमने ही बन्द किया था।
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