मनीष कश्यप पर NSA क्या ये सही कदम है ?

 आज सुप्रीम कोर्ट ने मनीष को जमानत देने से इंकार कर दिया है, आखिर क्या थी मनीष कश्यप की गलती जो एक youtuber के पीछे तमिलनाडु और बिहार की सरकार पङ गयी है, आइये जानते है 

        भारत एक ऐसा देश है जहा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सबसे ज्यादा निरंकुश सरकारो को मिलती है, जहा भारत तेरे टुकड होगा बोलने वालो की चुनाव का टिकट और गरीबो का मुद्दा उठाने वालो पर NSA लगती है, क्योकि यहा कि पार्टियो के लिये, उनके वोट बैक को कमजोर करने वाला देशद्रोही, और देश विरोधी नारे लगाने वाले भटका हुआ नौजवान है।

मनीष कश्यप का जन्म (Manish Kashyap Home and Birthplace )


मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी का जन्म(9 मार्च, उम्र 29 वर्ष) भारत के बिहार राज्य के पश्चिमी चंपारण जिले के एक छोटे से गांव डुमरी महनवा के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। जिसकी दूरी बेतिया से लगभग 25 किलोमीटर है। उनके के गांव सीकरहना अर्थात बूढ़ी गंडक नदी से घिरे होने के कारण यहां बरसात में बाढ़ की समस्या रही है। इन सभी समस्याओं से जूझते हुए ये बिहार का बेटा (Son Of Bihar) मनीष कश्यप कहते हैं “बिहारी हूं मैं और इस बिहार में पैदा होने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है तो जब संघर्ष करके पैदा हो ही गए तो संघर्ष करके सिस्टम को सुधारने का प्रयास करते रहते हैं“।

मनीष कश्यप का परिवार(Family)


मनीष कश्यप का परिवार वर्तमान में ग्राम डुमरी मानव में निवास करता है। मनीष कश्यप के पिता का नाम उदित कुमार तिवारी है जो भारतीय सेना में कार्यरत हैं तथा इनकी माता हाउसवाइफ है।

उनके एक भाई है जो एक निजी कंपनी में कार्य करते हैं तथा उनकी शादी हो चुकी है। अभी मनीष कश्यप की शादी नहीं हुई है।मनीष कश्यप कहते हैं उन जैसे क्रांतिकारी लोगों को कोई अपनी बेटी क्यों देगा।


मनीष कश्यप की शिक्षा(Education)



मनीष कश्यप भाई मैं बचपन से ही होना धार छात्र रहे हैं। मनीष कश्यप ने वर्ष 2007 में अपने हाई स्कूल की शिक्षा पूरी की तथा 2009 में 12वीं की शिक्षा पूरी की।मनीष कश्यप ने सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय पुणे से 2016 में सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की है । उन्होंने शिक्षा तो सिविल इंजीनियरिंग के प्राप्त की है परंतु कर्म तथा मन से हमेशा से ही बुराई के खिलाफ लड़ने वाले एक कुशल कार्यकर्ता रहे हैं।


मनीष कश्यप का बतौर पत्रकार करियर(Career In Journalism)


त्रिपुरारी कुमार तिवारी उर्फ मनीष कश्यप उर्फ Son Of Bihar शुरू से ही मुखर प्रवक्ता रहे हैं। उन्हें भ्रष्टाचार, बुराई, गलत कार्यों एवं गलत सोच के खिलाफ आवाज उठाने में कोई संकोच नहीं होता है। इसी गुण और आदतों के साथ उन्होंने पत्रकारिता की दुनिया में कदम रखा । मनीष कश्यप “सच तक” ऑनलाइन न्यूज़ चैनल तथा “सच तक” यूट्यूब चैनल के मालिक हैं। मनीष कश्यप द्वारा सच तक यूट्यूब न्यूज़ चैनल की शुरुआत 13 जुलाई 2018 को किया गया था।मनीष अक्सर अपने न्यूज़ चैनल के माध्यम से बिहार राज्य में हो रहे भ्रष्टाचार एवं गलत कार्यों के बारे में साहस के साथ एवं मुखर होकर बात करते हैं। उनकी की ऐसी मुखर प्रवृत्ति की छवि, निर्भीक स्वभाव एवं बेबाक बोलने के अंदाज को बिहार की जनता द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है। उनके बोलने के अंदाज देखकर शायद आप सनी देओल को याद करें -“तारीख पे तारीख“।


मनीष कश्यप का राजनीतिक करियर(Political Career)

मनीष कश्यप बिहार विधानसभा चुनाव 2020। मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी ने चनपटिया विधानसभा सीट से 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा है। वो इस विधानसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे। मनीष कश्यप को 9239 (5.26 %) वोट मिला था।चनपटिया विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार उमाकांत सिंह विजई रहे जिन्हे 83828 (47.69%) वोट मिले। इस चुनाव की खास बात यह रही कि सभी पार्टियों की भांति चुनाव घोषणा पत्र न जारी कर मनीष कश्यप ने कोर्ट से एफिडेविट करा कर शपथ पत्र जारी किया। उन्होंने जनता से वादा किया की मैं शपथ पत्र में लिखित सभी कार्य अगर कराने में असफल रहता हूं तो जनता द्वारा मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा सकता है।

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