ओरछा का इतिहास | Orchha History
Orchha Fort Orchha in Hindi : ओरछा किला मध्य प्रदेश में झाँसी से 16 की किमी दूरी पर, बेतवा नदी के द्वीप पर स्थित है। ओरछा फोर्ट का निर्माण 16 वीं शताब्दी में बुंदेला राजवंश के राजा रुद्र प्रताप सिंह द्वारा बनवाया गया था। इस किले का मुख्य अट्रेक्शन राजा महल है, जो जटिल वास्तुकला प्रदर्शित करता है। इस फोर्ट में राजा महल के साथ साथ टूरिस्टों को अट्रेक्ट करने के लिए शीश महल,, फूल बाग, राय प्रवीण महल और जहाँगीर महल जैसे कई आकर्षण स्थित है, जो इस फोर्ट के अट्रेक्शन में चार चाँद लगाने के कार्य करते हैं। जबकि किला का एक भाग राम राजा मंदिर में परिवर्तित हो गया, यह मंदिर देश का एकमात्र ऐसा स्थान है जहाँ भगवान राम को राजा राम के रूप में पूजा जाता है।
ओरछा मध्य प्रदेश के बेतवा नदी कि किनारे स्थित एक सुन्दर नगर है, जिसे मध्य प्रदेश का शाही शहर भी कहा जाता है। बता दे प्राचीन में ओरछा को “उरछा” के नाम से भी जाना जाता है। मध्य प्रदेश टुरिसम को बढ़ाता हुआ “ओरछा” इंडिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो बुंदेला युग का स्मरण कराता है।
ओरछा का इतिहास – History of Orchha in Hindi
बेतवा नदी के तट पर स्थित “ओरछा का इतिहास” 16 वीं शताब्दी के आसपास से जाना जाता है। ओरछा शहर की स्थापना 16 वीं शताब्दी में रुद्र प्रताप सिंह द्वारा की गयी थी, जो बुंदेला राजवंश से संबंधित राजपूत शासकों में से एक थे, और बुंदेलखंड के जिले पर शासन करते थे।
18 वीं शताब्दी में, शक्तिशाली मराठा सेनाएं ओरछा को छोड़कर बुंदेला के सभी राज्यों पर कब्जा करने में सफल रहीं थी।
1783 में, टिहरी (टीकमगढ़) को ओरछा की राजधानी बना दिया गया। 20 वीं शताब्दी की शुरुआत में ओरछा बुंदेलखंड क्षेत्र में सबसे प्राचीन और समृद्ध राज्य था और अंत में स्वतंत्रता के बाद, ओरछा वर्ष 1956 से मध्य प्रदेश राज्य का हिस्सा बन गया।
ओरछा में घूमने 11 सबसे अच्छी जगहें – 11 Best places to visit in Orchha in Hindi
ओरछा फोर्ट – Orchha Fort in Hindi
बेतवा नदी के तट पर स्थित “ओरछा फोर्ट” ओरछा में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें (Famous Tourist places of Orchha in Hindi) में से एक है, यह किला ओरछा पर्यटन का इम्पोर्टेंट पार्ट है जो टूरिस्टों, हिस्ट्री लवर्स और आर्किटेक्चर लवर्स के लिए अट्रेक्शन का केंद्र बना हुआ है।
बता दे ओरछा फोर्ट का निर्माण 16 वीं शताब्दी में बुंदेला रुद्र प्रताप सिंह द्वारा बनाया गया था, जिसे पूरा होने में कई साल लग गये थे।
जब भी आप ओरछा फोर्ट जायेंगे तो आपको यहाँ किले, महल, मंदिर और ऐतिहासिक स्मारको जैसी कई संरचनायें देखने को मिलेगी।
जहागीर महल – Jahangir Mahal Orchha in Hindi
जहागीर महल ओरछा के प्रमुख पर्यटक स्थल (Famous Tourist places of Orchha in Hindi) में से एक है। मुगलों के लिए एक गैरीसन और गढ़ के रूप में निर्मित, जहागीर महल का निर्माण 1598 में भरत भूषण द्वारा पूरा किया गया था, जब उन्होंने बुंदेला के वीर देव सिंह को हराया था।
यह स्थान मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमे महल के गुंबदों को तैमूर संस्कृति के अनुसार बनाया गया है, इसके अलावा महल के द्वार भी इतने विशाल है, की सीधे हाथी भी महल में प्रवेश कर सकते है।
राम राजा मंदिर – Ram Raja Temple Orchha in Hindi
राम राजा मंदिर देश का एकमात्र एक ऐसा मंदिर है, जहाँ भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। यह मंदिर बर्षो से पहले मधुकर शाह के लिए एक महल था, जिसे बाद भगवान राम के भव्य मंदिर के रूप में परिवर्तित किया गया था।
इस मंदिर से एक दिलचस्प कहानी जुड़ी है, जिसके अनुसार माना जाता है, की इस मंदिर में स्थापित भव्य मूर्ति को चतुर्भुज मंदिर में स्थापित करना था। लेकिन मूर्ति को एक बार जमीन में रखने के बाद उसे परिवर्तित नही किया जा सकता था, इसी कारण इस महल को भगवान राम के मंदिर में रूप में परिवर्तित कर दिया गया
राजमहल ओरछा – Raja Mahal, Orchha in Hindi
ओरछा फोर्ट कॉम्प्लेक्स में स्थित “राजमहल या राजा महल” ओरछा पर्यटन का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हर साल हजारों पर्यटकों को अपनी तरफ अट्रेक्ट करने में कामयाब होता है।
17 वीं शताब्दी के दौरान निर्मित राजमहल का निर्माण त्रुटिहीन वास्तुकला और लुभावनी भव्यता के साथ खूबसूरती से किया गया है। महल में शानदार मीनारें और शानदार भित्ति चित्र मौजूद है, जो यहाँ आने वाले पर्यटकों और कला प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए है।
चतुर्भुज मंदिर ओरछा – Chaturbhuj Temple Orchha in Hindi
875 ईस्वी में गुर्जर प्रतिहार वंश के शासनकाल के दौरान निर्मित “चतुर्भुज मंदिर” ओरछा के प्रसिद्ध मंदिर में से एक है। चतुर्भुज मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, जो श्र्धालुयों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। मंदिर का एक बड़ा हिस्सा अभी तक अधूरा है,जो एक दिलचस्प तथ्य बना हुआ है, और इसे इतिहास प्रेमियों के लिए ओरछा के प्रमुख पर्यटक स्थल में से एक बनाता है।
चतुर्भुज मंदिर से एक और दिलचस्प तथ्य जुड़ा हुआ, जिसके अनुसार माना जाता है कि यह मंदिर शुरू में भगवान राम को समर्पित था, जहाँ भगवान विष्णु की चार भुजाओं वाली मूर्ति ने खुद को स्थापित किया और मंदिर को चतुर्भुज मंदिर के रूप में पहचान दी थी।
यदि आप ओरछा के प्रमुख पर्यटक स्थल (Best places to visit in Orchha in Hindi) की यात्रा पर जा रहे है, तो आपको अपनी ट्रिप में आध्यात्मिकता का अनुभव करने और भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप के दर्शन के लिए यहाँ जरूर आना चाहिये।
लक्ष्मी नारायण मंदिर ओरछा – Lakshminarayan Temple, Orchha in Hindi
धन और सौभाग्य की देवी लक्ष्मी जी को समर्पित लक्ष्मी नारायण मंदिर ओरछा के प्रसिद्ध मंदिर में से एक है। इस मंदिर का निर्माण 16 वीं शताब्दी में बीर सिंह देव द्वारा बनाया गया था।
लक्ष्मी नारायण मंदिर श्रद्धालुयों के साथ साथ कला प्रेमियों के लिए अट्रेक्शन का केंद्र बना हुआ है, क्योंकि इस मंदिर में एक अनूठी वास्तुकला है जो एक किले और मंदिर के सांचों का अद्भुद मिश्रण है।
इसके अलावा मंदिर की दीवारों पर की गयी सुंदर चित्रकारी भी देखने लायक है। मंदिर से जुड़ी एक और दिलचस्प बात यह भी है की मंदिर में अभी भी लक्ष्मी की मूर्ति मौजूद नहीं है।
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